
लखनऊ 29 मई 2025। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन श्री बीएल संतोष, प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश महामंत्री संगठन श्री धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को जीपीओ पार्क, लखनऊ में ‘पुण्यश्लोक’ पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर के जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान-2025 के अंतर्गत आयोजित भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री श्री गोविन्द नारायण शुक्ला, श्री संजय राय, प्रदेश मंत्री श्री शंकर लोधी, श्री शंकर गिरि, श्री शिव भूषण सिंह, विधान परिषद सदस्य श्री अवनीश सिंह, श्री रामचन्दर प्रधान, श्री उमेश द्विवेदी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री श्री संजय राय ने किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देवी अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व और कृतित्व को भारतीय समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी पूरे प्रदेश को लोकमाता के विराट योगदान से परिचित कराएगी। साथ ही सामाजिक समरसता, राष्ट्रीय एकता तथा लोककल्याण के लिए किए गए उनके अद्वितीय कार्यों से प्रेरणा प्राप्त करने का अवसर देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतीत केवल पढ़ने के लिए नहीं होता, बल्कि आत्मसात करने और उससे शिक्षा ग्रहण करने का एक सशक्त माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि अतीत की गलतियों का परिमार्जन और गौरवशाली क्षणों को आदर्श रूप में ग्रहण करना हमारे लिए आवश्यक है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से जुड़ी यह प्रदर्शनी हमें यही आत्मावलोकन करने का अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई की अखिल भारतीय दृष्टि ने उन्हें देशभर में सुशासन, सुरक्षा और सुव्यवस्था का एक अद्वितीय मॉडल बना दिया। उनका कालखंड भारतीय नारी शक्ति, सामाजिक न्याय और लोककल्याण की जीती-जागती मिसाल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारतवर्ष अपनी महान विरासत और संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहा है। यह सौभाग्य का विषय है कि देश की विभूतियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 21 से 31 मई तक उत्तर प्रदेश में ‘पुण्यश्लोक’ देवी अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान के तहत गोष्ठियों, निबंध लेखन प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनी, नाट्य श्रृंखलाओं, लोकगीत कार्यक्रमों आदि का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने लोकमाता अहिल्याबाई के कालखंड को प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा, लेकिन उनके आदर्शों का जीवंत दर्शन पिछले 11 वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी की कार्यपद्धति के माध्यम से हमें हो रहा है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम से लेकर केदारनाथ तक, नेपाल के मुक्तिनाथ से लेकर सोमनाथ तक, महाकाल से लेकर रामेश्वरम तक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विरासत को जोड़ने एक झलक हमें देखने को मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का भारत केवल विचारों का भारत नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास का भी सशक्त उदाहरण है। हाइवे, एक्सप्रेसवे, रेलवे, मेट्रो, रैपिड रेल, एयरवे और वाटरवे नए भारत की तस्वीर को गढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी ऐतिहासिक परिवर्तन हुए हैं। आजादी के बाद लंबे समय तक देश में केवल एक एम्स था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कालखंड में छह नए एम्स बने, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने 23 नए एम्स स्थापित कर देश के समक्ष स्वास्थ्य सेवाओं का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में भी देश आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रही है। किसानों, गरीबों, श्रमिकों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ गैस कनेक्शन, 12 करोड़ शौचालय निर्माण, 50 करोड़ आयुष्मान कार्ड और 80 करोड़ लोगों को कोविड कालखंड से अब तक निःशुल्क राशन जैसी योजनाएं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सुशासन, सुरक्षा और सुव्यवस्था के एक नए युग का परिचायक हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री बीएल संतोष ने कहा कि प्रदर्शनी स्वयं विद्या है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन के बारे में बताना एक बड़ी बात है। उनके जन्म को 300 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। इंदौर से दूर उनके साम्राज्य के बावजूद पूरे देश में उनके योगदान को याद किया जाना जरूरी है। देश को देश बनाने में जिन महान लोगों का योगदान रहा है, उनमें अहिल्याबाई होल्कर भी शामिल हैं। उन्होंने महिलाओं को शासन में शामिल करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जब हम महिलाओं की सहभागिता की बात करते हैं तो यह कोई आज की बात नहीं है।
श्री बीएल संतोष ने कहा कि तीन सौ साल पहले भी अहिल्याबाई जैसे उदाहरण मौजूद थे। शासन, युद्ध और जनकल्याण में उनकी सक्रिय भागीदारी रही। उन्होंने कहा कि भाजपा उनके जीवन और कार्यों को आमजन तक पहुंचाने के लिए एक बड़ा अभियान चला रही है। आठ वर्ष की आयु में विवाह, 70 वर्ष का जीवन, अनगिनत युद्ध और सभी में विजय। यह अद्भुत प्रेरणादायक है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पुण्यश्लोक लोकमाता रानी अहिल्याबाई के जीवन चरित्र पर आधारित यह प्रदर्शनी आज की युवा पीढी विशेषरूप से बेटियों के लिए प्रेरणा का विषय है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने 300 वर्ष पहले भी बिना अतिरिक्त कर लगाए खजाने में वृद्धि की। साथ कुशल शासन करते हुए देश के एक नहीं अनेकों ऐसे धर्मस्थलों को जिन्हे मुगल आक्रांताओं ने तहस-नहस कर दिया था, उनका पुनरोद्धार कराया। उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान जो तमाम जीर्णाेद्धार के कार्य किए, समाज कल्याण के कार्य किए, धर्मशालाएं बनाने का कार्य किया, तालाब बनाने का काम किया, कुएं बनाने का काम किया उस पर सरकारी ख़ज़ाने का पैसा नहीं खर्चा किये। ये उनकी प्रशासनिक क्षमता और कुशलता का प्रतीक है, जिसे डबल इंजन की सरकार अपना कर सबका साथ सबका विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि नारी सशक्तिकरण की मूर्ति अहिल्याबाई ने 300 साल पहले पूरे देश में भारत की नारी शक्ति का प्रदर्शन किया था। पूरी दुनिया में जब महिलाओं के पास अपनी ताकत नहीं थी, उस दौर में भारत की रानियां अपनी शक्ति का पुरजोर प्रदर्शन कर रहीं थीं। इस प्रदर्शनी के जरिए महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।
प्रदर्शनी में लोकमाता के कालखंड में किसान, महिला, व्यापार, न्याय, प्रशासन, ममता, रमता और समता जैसे सारे विषय प्रदर्शित हैं।
To Write Comment Please Login